भारत ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए पांच टेस्ट मैचों के आखिरी मुकाबले में इंग्लैंड को पारी और 75 रन से मात देकर सीरीज 4-0 से जीत लिया। पहली पारी में 281 रन से पीछे रहते हुए इंग्लैंड अपनी दूसरे पारी में 207 रन बना पाया और इस मैच को एक पारी और 75 रन से हार गया। इस मैच में इंग्लैंड की दूसरी पारी में रवींद्र जडेजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट लिए। इस जीत के साथ ही भारत ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर लिया। विराट कोहली के लिए कप्तान के रूप में भी यह एक उपलब्धि है।
दरअसल, इस 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 4-0 से जीत हासिल करने के बाद यह पहली बार हुआ है जब इंग्लैंड के खिलाफ भारत किसी भी टेस्ट सीरीज को 4-0 से जीतने में कामयाब हुआ है। पांच मैचों की सीरीज में भारत का सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 1962 में रहा, जब भारत ने इंग्लैंड को 2-0 से हराया था। अगर इंग्लैंड की बात की जाए, तो पांच टेस्ट की सीरीज में इंग्लैंड का सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 1959 में था, जब उसने भारत को 5-0 से हराया था। इस सीरीज में 9 नवंबर को दोनों टीमों के बीच खेला गया पहला मैच ड्रॉ रहा था। विशाखापत्तनम में खेला गया मैच भारत ने 246 रन से जीत था। मोहाली में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भी भारत ने अपना दबदबा बनाते हुए इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया था। मुंबई के वानखेड़े में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में भारत ने पारी और 36 रन से जीत दर्ज की थी।
इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 1993 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में किया था, जब तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने 3-0 जीत दर्ज की थी। अगर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की बात की जाए, तो मौजूदा सीरीज को मिलाकर दोनों टीमों के बीच अभी तक 9 बार पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा चुकी है, जिनमें से चार सीरीज में इंग्लैंड को जीत मिली है और तीन सीरीज भारत ने जीती हैं, जबकि दो सीरीज ड्रॉ रही हैं। इस सीरीज को मिलाकर टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच अब तक 32 सीरीज खेली जा चुकी हैं, जिनमें से 18 सीरीज में इंग्लैंड की जीत हुई है, जबकि 10 सीरीजों में टीम इंडिया जीती है और चार सीरीज ड्रॉ रही हैं।
